
अधिक मास की à¤à¤•ादशी पर जरà¥à¤°à¥€ है यह दान :-
• घी : सà¥à¤– à¤à¤µà¤‚ समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ के लिà¤
• कपूर : घर में शांति के लिà¤
• केसर : नकारातà¥à¤®à¤•ता को दूर करने के लिà¤
• कचà¥à¤šà¥‡ चने : वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° या नौकरी में उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के लिà¤
• गà¥à¤¡à¤¼ : धन आगमन के लिà¤
• तà¥à¤µà¤° दाल : वैवाहिक अड़चने दूर करने के लिà¤
• माल पà¥à¤† : निरà¥à¤§à¤¨à¤¤à¤¾ के निवारण के लिà¤
• खीर : गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚ के बà¥à¤°à¥‡ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ को दूर करने के लिà¤
• दही : शारीरिक परेशानियों को दूर करने के लिà¤
• चावल : कारà¥à¤¯ बाधाओं को दूर करने के लिà¤
अधिक मास बहà¥à¤¤ ही पवितà¥à¤° माह माना जाता है। इस वरà¥à¤· यह 18 सितंबर से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ होकर अगले माह 16 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर तक रहेंगे। इस वरà¥à¤· अधिक मास के दौरान 160 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ बाद à¤à¤• ख़ास योग का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ हà¥à¤† है जो अब 2039 में निरà¥à¤®à¤¾à¤£ होगा। अधिक मास को पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® मास à¤à¥€ कहा जाता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इस माह के अधिपति à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ है। अधिक मास के दौरान पूजा पाठऔर दान करना बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ माना जाता है। इससे 10 गà¥à¤¨à¤¾ अधिक फल की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है। à¤à¤•ादशी के दिन दान करना बहà¥à¤¤ पà¥à¤£à¥à¤¯ का काम है। कहा जाता है की जो कोई à¤à¥€ अधिक मास की à¤à¤•ादशी पर कà¥à¤› विशेष वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का दान करता है , उसकी परेशानियां सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ दूर करते है। उसकी हर इचà¥à¤›à¤¾ पूरà¥à¤£ होती है साथ ही उसका घर अनà¥à¤¨ à¤à¤µà¤‚ धन से सदैव à¤à¤°à¤¾ रहता है।
दान के शà¥à¤ फल :
- निरà¥à¤§à¤¨à¤¤à¤¾ का निवारण होता है।
- गंà¤à¥€à¤° रोग à¤à¤µà¤‚ बीमारियां ठीक हो जाती है।
- ऋण à¤à¤µà¤‚ करà¥à¤œà¥‹à¤‚ से छà¥à¤Ÿà¤•ारा मिलता है।
- समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का समाधान à¤à¤µà¤‚ अदà¥à¤à¥à¤¤ फल की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है।
- धन – धानà¥à¤¯ की कोई कमी नहीं रहती।
ऑनलाइन अधिक मास पूजा के लाà¤
इस वरà¥à¤·, अधिक मास 18.9.2020 से 16.10 2020 तक रहेगा। अधिक मास पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• 32.5 महीनों में à¤à¤• चंदà¥à¤° वरà¥à¤· का तेरहवाठमहीना होता है। अधिक मास को मल मास या पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® मास या मालिमà¥à¤®à¤¾à¤š के नाम से à¤à¥€ जाना जाता है। मल मास वà¥à¤°à¤¤ लोगों के सà¤à¥€ पापों को दूर करने में सकà¥à¤·à¤® है। चंदà¥à¤° वरà¥à¤· में 12 महीने होते हैं और सौर कैलेंडर के दिनों और मौसमों के साथ इसका मिलान करने के लिठऋषियों और मà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गणना की जाती है। हिंदू विदà¥à¤¯à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° 12 महीनों में से पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¤à¥à¤µ à¤à¤• à¤à¤—वान दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया था।
परनà¥à¤¤à¥ अधिक मास को किसी ने नहीं चà¥à¤¨à¤¾à¥¤ अधिक मास ने à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ के सामने अपनी दà¥à¤°à¥à¤¦à¤¶à¤¾ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ की और शरण मांगी। à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ ने दया की और सà¥à¤µà¤¯à¤‚ को अधिक मास को देव मानकर इसे पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® मास का नाम दिया। à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ ने यह à¤à¥€ कहा कि अनà¥à¤¯ महीनों के दौरान अचà¥à¤›à¥‡ करà¥à¤®, जप, तपसà¥à¤¯à¤¾ आदि के माधà¥à¤¯à¤® से योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करना इस à¤à¤• महीने के à¤à¥€à¤¤à¤° किठगठजप, तपसà¥à¤¯à¤¾ आदि के माधà¥à¤¯à¤® से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया जा सकता है। तब से इस महीने ने अनà¥à¤¯ महीनों की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में अधिक महतà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया है।
इस अवधि के दौरान लोग कई धारà¥à¤®à¤¿à¤• अनà¥à¤·à¥à¤ ानों को करते हैं जैसे कि वà¥à¤°à¤¤ का पालन करना, धारà¥à¤®à¤¿à¤• शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का पाठकरना, मंतà¥à¤° जप, पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करना, कई तरह के पूजा-पाठऔर हवन करना। अलग-अलग समय (पूरे दिन, आधे दिन, सापà¥à¤¤à¤¾à¤¹à¤¿à¤•, पखवाड़े, पूरे महीने आदि) के वà¥à¤°à¤¤ à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की सहिषà¥à¤£à¥à¤¤à¤¾ कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° किठजाते हैं। यह वà¥à¤°à¤¤ कई पà¥à¤°à¤•ार के हो सकते हैं जैसे तरल पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ से पूरà¥à¤£ उपवास या बिना तरल पदारà¥à¤¥, केवल फलों के साथ उपवास करना या à¤à¤• समय के शाकाहारी à¤à¥‹à¤œà¤¨ के साथ उपवास करना। à¤à¤• पवितà¥à¤° पाठकी कथ शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला को धारण करके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ इस पवितà¥à¤° महीने का पालन करते हैं। यह अनà¥à¤·à¥à¤ ान इस जीवन और पिछले जीवन के दौरान जमा हà¥à¤ सà¤à¥€ पापों को दूर कर देते हैं।
अधिक मास में संपनà¥à¤¨ किठजाने वाले अनà¥à¤·à¥à¤ ान यदि किसी विशेष लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ नारायण मंदिर में हो तो इसका बहà¥à¤¤ अधिक फल पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है। à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ की पूजा करने से वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को समसà¥à¤¤ सà¥à¤–ों की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है। और यदि आप किसी कारणवश यह पूजा मंदिर में संपनà¥à¤¨ नहीं करवा सकतें तो आप ऑनलाइन अधिक मास पूजा à¤à¥€ संपनà¥à¤¨ करवा सकतें है। ऑनलाइन पूजा के माधà¥à¤¯à¤® से बिना की किसी परेशानी के पूजा संपनà¥à¤¨ हो जाà¤à¤—ी और इसका पूरà¥à¤£ फल à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होगा।